
धनबाद जिला के बरमसिया स्थित बाल सुधार गृह में पौधारोपण के तहत शौर्य वृक्ष के तौर पर स्थापित किया गया, महाराज छत्रपति शिवाजी महाराज के 11 ऐतिहासिक किलों से जल लाया गया साथी भारत के, वीरगति प्राप्त सैनिकों की स्मृति में बनाए गए राष्ट्रीय युद्ध स्मारक स्थल से मिट्टी लाई गई है !
इस पावन अवसर पर बल सुधार ग्रह के नोडल आफिसर कर्नल जीके सिंह ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के 11 ऐतिहासिक किले से पानी एकत्रित करके लाया गया शिवाजी महाराज वीरता के लिए जाने जाते हैं वीरता का संबंध हवा मिट्टी और पानी में होता है, इसलिए शिवाजी महाराज के 11 किले से लाये गए जल और भारतीय राष्ट्रीय स्मारक जहां शाहिद 20 हजार सहित सैनिकों का निवास स्थान है वहां से मिट्टी लाई गई है उसे मिट्टी को हाथ में लेकर बाल सुधार ग्रह के बंधिया ने कानून का हमेशा पालन करने की कसम खाई है !
बाल गृह के सभी किशोर वीरगति प्राप्त करने वाले लोगों की मिट्टी को हाथ में रखकर यह कसम खाया है कि वह कानून का निष्ठा पूर्वक पालन करेंगे, उन्होंने बताया है कि बाल सुधार गृह के बाल बंदियों के बीच टूरिस्ट गाइड कार्यक्रम शुरू किया गया है, भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरित होकर 24 दोनों का यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें बल ग्रह के किशोर टूरिस्ट गाइड बनने का ट्रेनिंग ले रहे हैं !
झारखंड के प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस की सूची बनाई गई है, और स्क्रिप्ट भी तैयार हो गई है प्रत्येक किशोर को 24 दिनों तक हर दिन 5 बार इसे पढ़ना और याद रखना है यह कार्यक्रम धनबाद के अलावा रांची ,हजारीबाग ,दुमका, जमशेदपुर, के बाल सुधार गृह में रह रहे किशोर के लिए शुरू किया गया है ,उन्होंने कहा कि बच्चों के बीच अक्षर ज्ञान कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं जिसमें उन्हें बुनियादी शिक्षा प्रदान की जा रही है क्योंकि शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है शिक्षा का कोई उम्र नहीं होता है शिक्षा प्राप्त करने से हमारा जीवन का भविष्य बदलने लगता है !
Post By nikhil