
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) एक वैश्विक उत्सव/समारोह है जो दुनिया भर में विभिन्न क्षेत्रों और विषयों में महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान का सम्मान करने के लिए 8 मार्च को प्रतिवर्ष मनाया जाता है।समाज में महिलाओं का योगदान हो या फिर आर्थिक क्षेत्र में उनकी तरक्की वह हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। ऐसे में हर साल आठ मार्च को महिलाओं के हौसले को बढ़ाने के लिए, उनके देश और दुनिया की तरक्की में योगदान करने के लिए और उनकी सराहना करने के लिए महिला दिवस मनाया जाता है

इसकी शुरुआत 20वीं सदी के आरंभ में महिलाओं के अधिकारों की वकालत करने के लिए श्रमिक आंदोलन से हुई थी।उद्देश्य महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाना तथा लैंगिक समानता और महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना। थीम हर साल लैंगिक समानता के एक विशेष पहलू को संबोधित करने के लिए एक अलग थीम का चयन किया जाता है। (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की थीम: “Accelerate Action” कार्रवाई में तेजी लाना !
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिला दिवस मनाने से नहीं होता है, महिला को सही सम्मान और सही न्याय मिलना भी बहुत जरूरी होता है,जो महिलाएं आज तक आगे बढ़ नहीं पाई है हमें उनका प्रोत्साहन करना चाहिए !और उन्हें अपनी सपनों को पूरा करने में उन्हें मदद करना चाहिए, आज की महिलाएं कदम से कदम मिलाकर पुरुष के साथ काम कर रही है चाहे वह रेलवे स्टेशन हो चाहे वह हवाई अड्डा हो चाहे वह भारत से कोई भी को ना हो देश-विदेश में हमारे भारत के महिलाएं कार्य कर रही है !
वह चाहे अभिनेत्री हो वह चाहे क्रिकेटर हो वह चाहे फुटबॉलर हो वह वकील हो पुलिस हो या कोई भी क्षेत्र से हो वैसे महिलाएं अपने जीवन की भविष्य को संभालने के लिए बहुत ही मेहनत करती है और पुरुष के साथ कंधा से कंधा मिलाकर कार्य करती है !